विकास - राष्ट्रवाद की राष्ट्र में
बातें जब कभी होतीं !
सूख रहे पेड़ों की टहनियां -पत्ते
वे भी हिलते !
*
पूर्वांचल में विकास आया
कछुओं ने गुनगुनाया
सभाओं से फरमाया करते
अपना बंटाधार सुनाया ?
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हो रहे हिन्दुओं पर आक्रमण
घूम रहे फिरकापरस्त
हिन्दुओं - छिना आत्म रक्षात्मक
सत्तर साल का इतिहास
*
प्रदेश में लुटेरे-घपलेबाज
पकडे जब जाते
बकवासी -बड़बोले बांक देकर
बहुत बड़बड़ाते
*
राष्ट्र में कालाबाजारी वाले जब
धरे -पकडे जाते !
कोने -कोने से हवाओं में
दुर्गन्ध आतीं !
*
शिक्षा -पुलिस -सेना आदि में
जब फेल आ जाते
तब बीटेक -एमटेक वाले भी
घबरा जाते !
-सुखमंगल सिंह
बहुत ही सुंदर
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद जी
हटाएंगहन क्षणिकाएँ 👌👌
जवाब देंहटाएंहार्दिक ेेबधाई और शुभकामनाएं
हटाएंआज के हालातों की उम्दा चिंतनशील प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंस्वागत आभार आदरणीया जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंहार्दिक स्वागत है Madhulika Patel ji
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