विकास - राष्ट्रवाद की राष्ट्र में
बातें जब कभी होतीं !
सूख रहे पेड़ों की टहनियां -पत्ते
वे भी हिलते !
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पूर्वांचल में विकास आया
कछुओं ने गुनगुनाया
सभाओं से फरमाया करते
अपना बंटाधार सुनाया ?
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हो रहे हिन्दुओं पर आक्रमण
घूम रहे फिरकापरस्त
हिन्दुओं - छिना आत्म रक्षात्मक
सत्तर साल का इतिहास
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प्रदेश में लुटेरे-घपलेबाज
पकडे जब जाते
बकवासी -बड़बोले बांक देकर
बहुत बड़बड़ाते
*
राष्ट्र में कालाबाजारी वाले जब
धरे -पकडे जाते !
कोने -कोने से हवाओं में
दुर्गन्ध आतीं !
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शिक्षा -पुलिस -सेना आदि में
जब फेल आ जाते
तब बीटेक -एमटेक वाले भी
घबरा जाते !
-सुखमंगल सिंह
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" शुक्रवार 24 फरवरी 2023 को साझा की गयी है
जवाब देंहटाएंपाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
बहुत ही सुंदर
जवाब देंहटाएंगहन क्षणिकाएँ 👌👌
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