जपानी विधा में लिखी गई
17 अक्षर और 3 पंक्तियों की
व्यापक अर्थ लिए कविता को ही
हम चार पंक्तियों में एक भाव पर
चार हाइकु लिखें तो बनेगा।
1
सूखे ना स्वेद / अपहृत बरखा / रोता भदई
देख भू चौंकी / खाली बूँदें-बुगची / नभ मुदई
व्याकुल कंठ / भरे नयन सरि / चिंता में दीन
भादो है छली / घाऊघप बादल / द्वि निरदई
अपहृत = अपहरण हो गया
घाऊघप = गुप्त रूप से किसी का धन हरण करने वाला
2
लोभ प्रबल / भ्रमति है मस्तके / लब्धा का साया
ताने वितान / कष्टों का आवरण / नैराश्य लाया
डरे वियोगी / ईर्ष्या में क्रोध संग / वितृप्त मनु
काया से माया / पीर से नीर बहे / बबाल छाया।
-विभा रानी श्रीवास्तव
बड़ी दीदी को नमन
जवाब देंहटाएंएक धृष्टता
बिना पूछे आपकी रचना यहाँ ले आई
सादर
धृष्टता कह पराई एक झटके में एहसास करवा दीं
हटाएंउत्कृष्ट हिंदी शब्दों का सार्थक चयन अतुलनीय हाइकु।
जवाब देंहटाएंनमस्कार सुप्रभात।
वाह्ह्ह...दी गज़ब👌👌👌
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा हायकु है।
आपकी लिखी रचना आज "पांच लिंकों का आनन्द में" रविवार 07 जनवरी 2018 को साझा की गई है.................. http://halchalwith5links.blogspot.in/ पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंवाह!!बहुत खूब ।।
जवाब देंहटाएंलाजवाब हायकू....
जवाब देंहटाएंवाह!!!
सुन्दर
जवाब देंहटाएंबेहद सुंदर एवं अर्थपूर्ण हायकू
जवाब देंहटाएंआप सबों की आभारी हूँ
जवाब देंहटाएंअतुलनीय हाइकु ....लाजवाब
जवाब देंहटाएंबहुत खूब बधाई
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